Jawahar Navodaya Class 6 Hindi Practice Set : जवाहर नवोदय प्रवेश परीक्षा कक्षा 6 के लिए एडमिट कार्ड को जारी कर दिया गया है, इसकी परीक्षा तिथि 30 अप्रैल निश्चित की गई है, ऐसे में जो भी अभ्यर्थी परीक्षा में सम्मिलित होने वाले हैं उनके लिए हम हिंदी विषय के कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों को लेकर आये हैं।
ऐसे में आप इस प्रश्नों का अध्ययन कर प्रवेश परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर जवाहर नवोदय में दाखिला ले सकेंगे, तो आप इन प्रश्नों को ध्यानपूर्वक जरूर पढ़ें –

भाषा (हिन्दी) निर्देश: इस खण्ड में पाँच अनुच्छेद हैं। प्रत्येक अनुच्छेद के अन्त में पाँच प्रश्न पूछे गए हैं। प्रत्येक अनुच्छेद को ध्यान से पढ़िए और उस पर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए। प्रत्येक प्रश्न के लिए चार संभावित उत्तर हैं जिन्हें 1, 2, 3 और 4 क्रम में दिया गया है। इनमें से केवल एक ही सही उत्तर है। सही उत्तर चुनें तथा अपने उत्तर को दर्शाने के लिए ओ.एम.आर. उत्तर-पुस्तिका में संगत संख्या के सामने वाले वृत को काला करें।
अनुच्छेद-(I)
जब फास्ट फूड खाने की बात हो तो बच्चे ललचाते हैं। इसे बनाने में कम समय लगता है और बाजारों में भी यह सरलता से मिल जाता है। बच्चे फल, सूप या अंकुरित वस्तुएँ खाने के बदले फास्ट फूड खाना पसंद करते हैं। नूडल, बर्गर और पिज्जा की बड़ी माँग है। यद्यपि ये बनाने में बड़े आसान हैं, फिर भी ये हमारे लिए हानिकारक हैं। इनमें हमारे शरीर के लिए अच्छी पोषण उपयोगिता नहीं होती। बहुत से शोधकर्ताओं ने सिद्ध किया है कि इन खाद्य पदार्थों का उपयोग स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। इन्हें तेल में तलकर पकाया जाता है जो स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकते हैं। इससे हम मोटे हो सकते हैं। मोटापे से मधुमेह और उच्च रक्तचाप हो सकते हैं। जो बच्चे अधिक फास्ट फूड खाते हैं उन्हें जीवनशैली से जुड़ी बीमारियाँ हो सकती है, जैसे मधुमेह और उच्च रक्तचाप। उनका विकास उन बच्चों की अपेक्षा अधिक प्रभावित होगा जो पौष्टिक भोजन करते हैं। लोग पश्चिमी सभ्यता का अनुकरण कर रहे हैं और घर पर बने खाने के स्थान पर फास्ट फूड को वरीयता दे रहे हैं। यह पश्चिमी सभ्यता को अपनाने के गंभीर दुष्प्रभावों में से एक है।
प्रश्न. फास्ट फूड किसी के स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित कर सकता है?
- जीवनशैली में बदलाव लाकर
- मोटापा का कारण बनकर
- हमें अच्छा स्वास्थ्य देकर
- पश्चिमी सभ्यता को प्रत्साहन देकर
उत्तर: 2
प्रश्न. हमे फास्ट फूड संस्कृति को क्यों बढ़ावा नहीं देना चाहिए?
- फास्ट फूड स्वादिष्ट होता है
- यह आसानी से उपलब्ध है।
- यह हमारी जीवनशैली बदल देता है
- यह हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है
उत्तर: 4
प्रश्न. अनुच्छेद में किस शब्द का अर्थ ‘नकल करना’ है?
- अनुकरण करना
- तुलना करना
- कार्य करना
- अपनाना
उत्तर: 1
प्रश्न. फास्ट फूड से हो सकता / सकती है?
- अनिद्रा
- जीवनशैली से जुड़ी बीमारियाँ
- जेब पर भार
- सामाजिक स्तर में हानि
उत्तर: 2
प्रश्न. घर पर बना खाना ………… होता है।
- पोषक नहीं
- फास्ट फूड से अच्छा नहीं
- फास्ट फूड की अपेक्षा अधिक पौष्टिक
- न तो पौष्टिक, न ही स्वादिष्ट
उत्तर: 3
अनुच्छेद-(।।)
एक समय एक गया जंगल में रहता था। उसे एक दिन एक शेर की खाल मिली। उसने उसे पहन लिया और गर्व से जंगल में घूमने लगा। जब पशुओं ने उसे देखा तो डर से भागने लगे। उन सबने सोचा कि गधा सचमुच एक शेर ही है। एक दिन इस गधे को एक लोमड़ी मिली। लोमड़ी भी डरी और भाग गई गया अन्य पशुओं की प्रतिक्रियाएँ देखकर इतना खुश हुआ कि वह चुप न रह सका। वह अपने नये वेश को भूल गया और रेंकने लगा। ज्योंहि लोमड़ी ने उसका रेंकना सुना, वह वापस लौट आई। सभी पशु अब समझ गये कि वह शेर नहीं है, बल्कि शेर की खाल में गया। है। गधा अपनी जान बचा के भागा।
प्रश्न. गधा कहाँ रहता था?
- अस्तबल में
- जंगल में
- फार्महाउस में
- गाँव में
उत्तर: 2
प्रश्न. गधे को गर्व क्यों हो रहा था?
- अन्य पशु उसे शेर समझ रहे थे
- उसके बहुत मित्र बन गए थे
- दूसरे पशु उसे सम्मान दे रहे थे
- वह सुंदर दिखाई पड़ रहा था
उत्तर: 1
प्रश्न. अनुच्छेद में किस पशु का उल्लेख नहीं है ?
- लोमड़ी
- शेर
- जेब्रा
- गधा
उत्तर: 3
प्रश्न. ‘रेंकना’ किस पशु की आवाज को कहा जाता है?
- हाथी
- लोमड़ी
- कुत्ता
- गधा
उत्तर: 4
प्रश्न. गधा क्यों भाग गया?
- दुसरे पशु की खाल पाने के लिए
- अपनी जान बचाने के लिए
- अपने मित्रों को बुलाने के लिए
- शेर को ढूँढ़ने के लिए
उत्तर: 2
अनुच्छेद-(।।।)
एक हाथी दिन में सोलह से अट्ठारह घंटे खाना खाते हुए बिताता है। एक पूर्ण विकसित हाथी प्रत्येक दिन 137 कि.ग्रा. से अधिक खाना खा सकता है। हाथी शाकाहारी पशु है। वे पत्तियाँ, कोमल डंठल, जंगली झाड़ियों और पेड़ों के फलों को खा जाते हैं। भारतीय हाथी बाँस के पौधे खाना पसंद करते हैं। हाथी भोजन और पानी के लिए खोदने तथा पेड़ों की खाल चीरकर अलग करने के लिए अपने दाँतों का उपयोग करते हैं। वे अपनी सूंड का उपयोग भोजन को अपने मुँह में रखने के लिए करते हैं। हाथी किसी पेड़ को इतना झुका सकता है कि उसका बच्चा उसकी पत्तियाँ खा सके। एक वयस्क हाथी एक दिन में 18 से 26 गैलन पानी पी सकता है। हाथी प्रायः किसानों की फसलें बरबाद कर देते हैं। उन्हें गन्ने खाना पसंद है इसलिए किसानों को खेतों की रक्षा करनी पड़ती है। जब किसान हाथियों को देखते हैं तो जोर जोर से बहुत शोर करते है। कभी तो वह भाग जाते हैं पर प्रायः वे कोई चिंता नहीं करते। वे खेतों में आ जाते हैं और गन्ने उखाड़ते हैं। हमें अपने वनों की रक्षा करनी चाहिए ताकि हाथियों को उनका भोजन वहीं मिल जाए। तब वे खेतों में नहीं घुसेंगे और फसलों को नष्ट नहीं करेंगे। मनुष्यों को और पशुओं को खुशी से साथ-साथ रहना चाहिए।
प्रश्न. हाथी एक दिन में कितने घंटे खाने में बिताता है?
- 10 से 12 घंटे
- 14 से 16 घंटे
- 12 से 16 घंटे
- 16 से 18 घंटे
उत्तर: 4
प्रश्न. हाथियों को शाकाहारी क्यों कहा जाता है?
- वे केवल सब्जियाँ और फल खाते हैं
- वे केवल पत्तियाँ और घास खाते हैं
- वे पत्तियाँ, फल और पौधे खाते हैं।
- वे केवल पेड़ों और फलों को खाते हैं।
उत्तर: 3
प्रश्न. भारतीय हाथी क्या करना पसंद करते हैं?
- गन्ने खाना
- फसल उजाड़ना
- शोर करना
- दूसरे पशुओं को खाना
उत्तर: 1
प्रश्न. अपनी फसलों से हाथियों को भगाने के लिए किसान क्या करते हैं ?
- उनके पीछे भागते हैं
- उन पर बंदूक चला देते हैं
- शोर मचाते हैं
- खेतों के चारों ओर दीवार बना देते हैं।
उत्तर: 3
प्रश्न. निम्नलिखित में से ‘नष्ट करना’ का विलोम शब्द कौन सा है?
- शोर करना
- भगाना
- विरोध करना
- रक्षा करना
उत्तर: 4
अनुच्छेद-(IV)
तुलसी का पौधा अधिकांश भारतीय घरों में लगाया जाता है। इस बूटी से मधुर गंध आती है। इस पौधे की पत्तियों का उपयोग पूजा के लिए होता है और उनमें औषधीय तथा रोगहारी गुण होते हैं। विश्व में तुलसी के कम-से-कम 150 प्रकार हैं, प्राचीन काल में मंदिरों का उपयोग पथिकों के विश्रामगृह के रूप में होता था । तुलसी का पौधा मंदिर के बाहर उगाया जाता था क्योंकि इसमें प्यास रोकने का विशेष गुण होता है। जब कुछ पत्तियाँ जीभ के नीचे रखी जाएँ, तो थके हुए पथिक जो पानी ढूंढ रहे होते हैं उनकी प्यास कम हो जाती है। तुलसी, जिसका मूल निवास भारत है, 16वीं शताब्दी में ही पश्चिमी यूरोप पहुँची। यह माना जाता है कि यदि तुलसी के पत्तों का रस शहद के साथ नित्य लिया जाये तो स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। चाय के लिए पानी उबालते समय यदि कुछ तुलसी की पत्तियाँ मिला दी जाएँ, तो इसमें विशेष गंध और स्वाद आ जाता है और यह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। यह आराम भी पहुँचाती है और तनाव दूर करती है।
प्रश्न. तुलसी के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा सत्य नहीं है?
- यह सुगंध देती है।
- यह तनाव दूर करती है।
- यह स्वास्थ्य के लिए अच्छी है।
- इसका मूल स्थान पश्चिमी यूरोप में है।
उत्तर: 4
प्रश्न. तुलसी के पौधे को मंदिरों के बाहर क्यों उगाया जाता था?
- पथिकों की प्यास नियंत्रित करने के लिए
- पथिकों को थकान का अनुभव कराने के लिए
- मंदिर के चारों ओर खुशबू फैलाने के लिए
- ईश्वर की पूजा करने के लिए
उत्तर: 1
प्रश्न. तुलसी का मूल निवास किस देश में है?
- इंग्लैण्ड
- भारत
- चीन
- इटली
उत्तर: 2
प्रश्न. विश्व में तुलसी की कितनी किस्में हैं ?
उत्तर: 3
प्रश्न. शहद और तुलसी का मिश्रण ……………… ।
- स्वास्थ्य के लिए अहितकर है।
- स्वास्थ्य के लिए हितकर है।
- हमारे लिए थोड़ा-सा हानिकारक है।
- स्वास्थ्य के लिए थोड़ा-सा लाभदायक है।
उत्तर: 2
अनुच्छेद- (V)
सभी मकड़ियाँ जाले बुनती हैं, जिनसे उन्हें तीन कामों में सहायता मिलती है। जालों से मकड़ियों को अण्डे सँभालने में, छिपने में और भोजन पकड़ने में मदद मिलती है। बहुत सी मकड़ियाँ अपने जालों में अण्डे देना पसंद करती है, जिसमें अनेक अण्डे एक साथ और सुरक्षित रहते हैं। और जाले चिपचिपे होते हैं और इस प्रकार से भोजन पकड़ने में मकड़ियों की सहायता करते है। जब कोई कीट जाले में उड़कर आता है तो फँस जाता है, इधर-उधर हिलता है, और बाहर निकलने का प्रयत्न करता है पर ऐसा कर नहीं सकता क्योंकि वह फँस गया होता है। मकड़ी जान लेती है कि कीट फँस गया है क्योंकि उन्हें जाले के हिलने का अनुभव होता है, और मकड़ी कीट तक पहुँच जाती है।
जालों के बिना मकड़ी वैसे नहीं रह पाती जैसे वह रहती है। मकड़ियों को जीवित रहने के लिए जाले चाहिए। किन्तु यदि आपको अपेन घर में जाले न मिलें तो इसका यह अर्थ नहीं कि आपका घर मकड़ियों से मुक्त है।
प्रश्न. यह अनुच्छेद मुख्य रूप से किसके बारे में है?
- मकड़ी के रंग
- मकड़ी के जाले
- मकड़ी के अण्डे
- मकड़ी के खाद्य पदार्थ
उत्तर: 2
प्रश्न. मकड़ी के जाले सहायक नहीं होते है?
- अण्डों को थामनें में
- भोजन को पकड़ने मे
- अण्डों को बचाने में
- कीटों को डराने में
उत्तर: 4
प्रश्न. मकड़ियाँ कैसे जान लेती है कि उनके जाले में शिकार फंस गया?
- वे उसे सुनती हैं
- वे उसे सूंधती हैं
- वे उसका अनुभव करती है
- वे उसे देखती है।
उत्तर: 3
प्रश्न. घर में मकड़ी का जाला न मिलने का यह अर्थ नहीं है कि-
- मकड़ी को अब भूख नहीं है
- मकड़ी बाहर निकलने में डर रही है।
- मकड़ी सो गई है
- मकड़ी है ही नहीं
उत्तर:
प्रश्न. यहाँ ‘जीवित रहना’ का अर्थ है।
स्वीकारना
सोचना
देखना
जीना
उत्तर: 4
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